Osho Dhyan Aur Utsav Ke Ojasvi Rishi (ओशो ध्यान और उत्सव  - Joshi, Vasant
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Osho Dhyan Aur Utsav Ke Ojasvi Rishi (ओशो ध्यान और उत्सव 
Joshi, Vasant
Synopsis "Osho Dhyan Aur Utsav Ke Ojasvi Rishi (ओशो ध्यान और उत्सव "
ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।